'अपना कम्युनिकेशन, एक्सपोजर व विजिबिलिटी मजबूत रखें स्टार्टअप' - 1 News

Latest

बुधवार, 18 जनवरी 2023

'अपना कम्युनिकेशन, एक्सपोजर व विजिबिलिटी मजबूत रखें स्टार्टअप'



दो दिवसीय 'राजस्थान इन्वेस्टर्स कॉन्क्लेव' का समापन



जयपुर, 17 जनवरी। भामाशाह टेक्नो हब में आई—स्टार्ट तथा स्टार्टअप चौपाल द्वारा आयोजित दो दिवसीय 'राजस्थान इन्वेस्टर्स कॉन्क्लेव' का मंगलवार को समापन हुआ। अंतिम दिन दो पैनल डिस्कशन आयोजित किए गए, जिनमें स्टार्टअप व यंग एंटरप्रेन्योर्स से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर गहन चर्चा की गई। 'फंडिंग : रियलिटीज एंड रोड्स अहेड' विषय पर पैनल डिस्कशन के साथ दूसरे दिन की गतिविधियों की शुरुआत हुई। इसमें एम स्ट्रेटेजी ग्लोबल के एग्जीक्यूटिव चेयरमेन मंदार जोशी, फाड़ नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ आदित्य अरोड़ा, मेडीपॉकेट वर्ल्ड की सीईओ डॉ. प्रियंका माथुर और आईस्टार्ट प्रोग्राम के प्रोग्राम मैनेजर अमित पुरोहित ने विषय पर चर्चा की। स्टार्टअप चौपाल के फाउंडर सुमित श्रीवास्तव ने इसका संचालन किया।


अमित पुरोहित ने स्टार्टअप्स के लिए राजस्थान सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया कि राज्य सरकार द्वारा स्टार्टअप्स की हरसंभव मदद की जा रही है, इसके लिए नौ जिलों में सेटअप बनाए गए हैं और जल्द ही अन्य जिलों में भी सेटअप तैयार किए जाएंगे। सरकार द्वारा हाल ही में नई स्टार्टअप नीति भी लॉन्च की गई है, जिसके जरिए स्टार्टअप्स को और अधिक लाभ मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि टियर टू, थ्री व टियर फोर सिटीज ही नेक्स्ट ट्रेंड्स हैं।


मंदार जोशी ने स्टार्टअप्स के फाउंडर्स को सलाह दी कि वे पिच के लिए 30 सेकंड की स्क्रिप्ट हमेशा तैयार रखें। एक सवाल के जवाब में डॉ. प्रियंका माथुर ने बताया कि इंटरनेट के जरिए भारत के हेल्थकेयर सेक्टर के स्टार्टअप ग्लोबल बन सकते हैं। आदित्य अरोड़ा ने बताया कि भारत देश में हर क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि जाएंट्स किसी भी क्षेत्र की सभी जरूरतों को पूरा नहीं कर सकते।


दूसरा पैनल  डिस्कशन 'डायनेमिक्स ऑफ स्टार्टअप इकोसिस्टम इन राजस्थान' विषय पर हुआ। इसमें जयपुर रग्स के ऑनर योगेश चौधरी, ट्रेडस्विफ्ट ब्रोकिंग के डायरेक्टर संदीप जैन, मारवाड़ी केटलिस्ट के फाउंडर सुशील शर्मा और एल्फावैल्यू कंसल्टिंग के फाउंडिंग पार्टनर मनीष श्रीवास्तव ने अपने अनुभव साझा किए। टिंकरले के सीईओ शरद बंसल ने इसका संचालन किया। योगेश चौधरी ने कहा कि स्टार्टअप्स के लिए अच्छा मेंटर प्राप्त करना एक मुख्य चुनौती होती है। जयपुर जैसे शहर में लोग पैसे वाले व्यक्ति को इन्वेस्टर या मेंटर मान लेते हैं, जबकि हमेशा ऐसा नहीं होता। संदीप जैन ने कहा कि बड़े शहरों में अधिक रिसोर्स होने से स्टार्टअप्स के लिए और अधिक फायदे होते हैं, लेकिन जयपुर में भी काफी संभावनाएं हैं।


सुशील शर्मा ने स्टार्टअप्स के फाउंडर्स को अपना कम्यूनिकेशन, एक्सपोजर व विजिबिलिटी काफी मजबूत रखने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि स्टार्टअप्स के लिए लोकल ईकोसिस्टम में फंड रेज करना ज्यादा आसान होता है। मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि आज की इस डिजिटल दुनिया में लोकेशन बहुत अधिक मायने नहीं रखती है। उन्होंने वैल्यूएशन के पैरामीटर्स के बारे में भी बताया।


अंतिम दिन करीब 25 स्टार्टअप्स एलिवेटर पिचिंग में शामिल हुए, जिनमें से इन्वेस्टर्स ने फंडिंग के लिए पांच स्टार्टअप्स— रोडग्रिड इंडिया, टेस्ट एंड ट्रेक, ठेलागाड़ी, सुनो किताब और आईपी क्योर में दिलचस्पी दिखाई। अंत में स्टार्टअप चौपाल के फाउंडर सुमित श्रीवास्तव ने सभी का आभार व्यक्त किया।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें