गायत्री जयंती की पूर्व संध्या पर शक्तिपीठ-चेतना केन्द्रों में हुए आयोजन - 1 News

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शुक्रवार, 10 जून 2022

गायत्री जयंती की पूर्व संध्या पर शक्तिपीठ-चेतना केन्द्रों में हुए आयोजन

  


जयपुर। अखिल विश्व गायत्री परिवार की ओर से वेदमाता गायत्री का प्राकट्योत्सव 10 जून, शुक्रवार को धूमधाम से मनाया जाएगा। कोरोना महामारी के दो साल बाद  ब्रह्मपुरी और मानसरोवर में मुख्य आयोजन होंगे। गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी में नौ कुंडीय और किरण पथ मानसरोवर स्थित वेदना निवारण केन्द्र में 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के साथ विश्वमाता का अवतरण दिवस मनाया जाएगा। दोनों स्थानों पर सुबह आठ बजे से कार्यक्रम प्रारंभ होंगे।

       गायत्री परिवार राजस्थान जोन के प्रभारी ओमप्रकाश अग्रवाल ने बताया कि नगर निगम हैरिटेज के परिजन ब्रह्मपुरी स्थित गायत्री शक्तिपीठ में और नगर निगम ग्रेटर के गायत्री परिजन किरण पथ मानसरोवर स्थित वेदना निवारण में होने वाले कार्यक्रमों में शामिल होंगे। दोनों स्थानों पर पर्व पूजन और विभिन्न संस्कार भी कराए जाएंगे।

     पूर्व संध्या पर गुरुवार को शक्तिपीठ और वेदना निवारण केन्द्र में सुबह से शाम तक गायत्री महामंत्र का जाप किया गया। वेदना निवारण केन्द्र पर करीब तीन लाख मंत्र जाप हुए। गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी में शाम को दीपयज्ञ हुआ। शुक्रवार को यज्ञ के बाद तरु प्रसाद के रूप में तुलसी का पौधा दिया जाएगा।
   प्रतापनगर:
 कुंभा मार्ग प्रतापनगर स्थित गायत्री चेतना केन्द्र में हवन के माध्यम से 11 बच्चों का विद्यारंभ और एक बच्चे का जन्मदिवस संस्कार  संपन्न कराया गया। रेणु भट्ट,  ममता बंसल और क्षमा ने गायत्री और गंगा का आध्यात्मिक और भौतिक महत्व बताया। कार्यक्रम में श्रीराम बाल संस्कारशाला के 50 बच्चे और परिजन सम्मिलित हुए।

  मुरलीपुरा: 
अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार से संबद्ध गायत्री चेतना केंद्र, मुरलीपुरा में गुरुवार को गायत्री जयंती और गंगा दशहरा पर्व भक्तिभाव से मनाया गया। वेदमाता गायत्री और पतित पावनी मां गंगा का भावभरा आह्वान कर षोडशोपचार पूजन किया गया। लोगों ने तीर्थयात्रा के दौरान गंगा सहित किसी भी नदी एवं जल स्त्रोत को प्रदूषित नहीं करने के संकल्प के साथ यज्ञ भगवान को गायत्री और महामृत्युंजय महामंत्र के साथ आहुतियां अर्पित कीं। भगवान सहाय ने हे गायत्री माता तेरी महिमा अपरम्पार है...प्रज्ञागीत के माध्यम से भाव संवेदना झंकृत की। व्यासपीठ से लोगों को गायत्री महामंत्र के महत्व के बारे में बताते हुए नियमित रूप से गायत्री मंत्र का जप करने के लिए प्रेरित किया गया। कार्यक्रम से पूर्व  गुरुदेव की आवाज के साथ गायत्री महामंत्र का जाप और गायत्री चालीसा का पाठ किया गया। इस मौके पर एक डॉ. दीपिका शर्मा का भारतीय संस्कृति के अनुसार जन्मदिन भी मनाया गया।

झोटवाड़ा-वैशालीनगर:
झोटवाड़ा स्थित गायत्री चेतना केन्द्र में शाम को दीपयज्ञ किया गया। सैंकड़ों की संख्या में दीपक प्रज्जवलित कर अक्षत के माध्यम से आहुतियां अर्पित की गईं। इससे पूर्व सामूहिक जप किया गया। वैशालीनगर स्थित गायत्री चेतना केंद्र गायत्री महामंत्र का जप किया गया। इसके बाद दीप यज्ञ हुआ। सतीश भाटी और उमा भाटी ने देव पूजन किया।

  दुर्गापुरा:
दुर्गापुरा स्थित गायत्री चेतना केंद्र में गायत्री जयंती और गंगा दशहरा का पर्व पूर्ण श्रद्धा एवं उल्लास से मनाया गया। उपस्थित लोगों ने दुर्गापुरा से जुड़े आसपास के क्षेत्रों में प्रज्ञा मंडल और महिला मंडल का गठन कर वातावरण को गायत्री मय बनाने का संकल्प लिया। गुरुवार को दस प्रज्ञा मंडलों का गठन का संकल्प लेने वालों का अभिनंदन किया गया। ये प्रज्ञा मंडल- महिला मंडल भागीरथ नगर, जादौननगर, पुष्पांजलि कॉलोनी, गोपालनगर, अर्जुनगर, मानसरोवर सेक्टर 111, श्रीजी नगर, सूर्यनगर, त्रिवेणीनगर प्रमुख हैं।

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